Irfan niti - इरफ़ान नीति
हेलो
दोस्तों मेरा नाम इरफ़ान है आशा करता हूँ कि आप ठीक होंगे अगर आप ठीक नहीं है तो मै भगवान से प्रार्थना करूंगा कि वो आपको जल्द से जल्द ठीक कर दे
इरफ़ान के द्वारा बताई हुई ऐसे कई बाते जो शत्रु और विरोधियों के सारे समूल को नाश करने कि क्षमता रखते है ऐसी नीतियाँ जो किसी भी ताकतवर, चालक और बुद्धिमान इंसान को खड़े खडे धरा सही कर दे
पहली नीति
तकतवर इंसान बुद्धिमान इंसान पॉवरफुल इंसान को कैसे अपना मित्र बनाये
1 इनसे बहस करने से बचे
2 इन्हे जो पसंद है वैसे ही शब्दो का प्रयोग करे
3 तकतवर इंसान कि चापलूसी करते रहे ताकि वो आपकी तरीफ करे
4 इनसे केवल अपनी मजबूरी बताये ना कि अपने तकत का प्रदर्शन करे
5 इनसे बात करते समय आपके अपने शब्दो मे, कमजोरी, हेल्पफुल्ल पर्सनालिटी, सहयोगी, जैसा व्यवहार करे!
6 इनके समने कोई भी गलत काम ना करे, ना ही कोई मिस्टेक दिखाए
7 इनकी कमजोरी का पता लगाए, इनसे बच कर रहे जितना दूर उतना ही अच्छा
Summary
तकतवर इंसना को वही बोले जो उसे सुनना पसंद है, वही दिखाये जो इन्हे देखना पसंद है ऐसा काम दे जो इन्हे करना पसंद है सब इन्ही कि तरफ हो पर इनकी कमजोरी का पता लगाए 100 सुने और एक भी बार बोलना ना पड़े अपने ऊपर पूरी तरह से आश्रित कर ले कमजोरी का पता लगा कर पूरी तरह से बर्बाद कर दे
दूसरी नीति
कमजोर, बराबरी, और बेवकूफ लोगो को अपने साथ रखे
इन्हे लालच, पैसा, इज्जत, और इनकी तारीफ करके इन्हे अपने साथ रखे और अपना काम करवाते रहे इनकी मदद बिच मे करते रहे इनकी बातो को बहुत गौर से सुने और बार बार इन्हे उनका काम याद करके करवाते रहे ताकि वो आपके साथ बना रहे निस्वार्थ
तीसरी नीति
किसी के सामने अपनी बातो को रखने कि काला
सुन लीजिये पहले आप मेरी बात.... मेरी बात तो आप सुन ही नहीं रहे है.... मै अपनी बात कहे बिना नहीं जाऊंगा....ऐसे बातो को कहे.. ऐसे शब्दो का. प्रयोग करे और पूरी बात सामने वाले को समझा दे
अपनी बातो को समझाने के लिए उससे रिलेटेड कुछ ऐसे तथ कहे जिन्हे सुनकर उन्हें कुछ भरोषा हो
चौथी नीति
ना कहने कि काला
किसी को ना तुरंत और डायरेक्ट ना नहीं कहे पहले जिस काम को नहीं करना है उससे रिलेटेड कुछ विशेष कारण बातये फिर ना कहे
जैसे कि - सर मै आज नहीं आ पाउँगा क्युकी मेरे घर मे लजा है या मम्मी बीमार है जिस वजह से मै नहीं आ पाउँगा... जितना तर्क होगा उतना फैक्ट और कारण से समने वाले को रूवरू कराओ ज़्यदा से ज़्यदा कारण और फैक्ट देने कि कोसिस करो ताकि वो आपके काम को आसानी से समझ सके और काम पे लग जाए
पाँचवी नीति
किसी से हां कैसे कहलावाये या काम करवाए
किसी काम. को करवाने के लिए पहले उस काम का करण बताये कि आप उस काम को करना क्यों नहीं चाहते है फिर उस काम. को सामने वाले को समझाये कि आप इस काम को करो मै ज़ब तक दूसरा काम कर लू
Important reason + work = yes
Reason बताना बहुत जरूरी होता है
छटवी नीति
खुद को संभाले रखने कि काला
फोकस एंड अवेयर योर थॉट्स, बॉडी एंड माइंड.... जिस चीज को करना है उस काम पे फोकस करो और अवेयर रहो और जिस काम को छोड़ना है उस काम पे अपना ध्यान मत ले जाओ जिस चीज को छॉना है उस चीज के बारे मे उटपटांग सोचो
सातवीं नीति
लक्ष्य के पीछे अपना समय 6 दिन दो 7 वे दिन एन्जॉय करो
लगातार 6 दिन तक आप अपने लक्ष्य को पूरा करो बाकी के एक दिन को. एन्जॉय करो
आठवीं नीति
लोगो से काम करवाने कि काला
लोगो के मन का करे, उनकी चापलूसी करें, ना बोले हल्का फुल्का काम करके 🥰उनके साथ प्रेम से बने रहे
नववी नीति
धन, विश्वास, प्यार सभी चीजों को बढ़ाने कि काला
हर क्षेत्र मे अपनी पकड़ अच्छी बनाये, हर जगह अच्छे से व्यवहार करें किसी से बातो के अनुसार ना रहे
दसवीं नीति
किसी से प्यार, दोस्ती, नफरत, गुस्सा, विश्वास,उम्मीद मत रखो
गयरवी नीति
धन, और नौलेज के पीछे भागो
ज्ञान धन से कहीं अधिक उत्तम होता है। धन को कोई भी चुरा सकता है लेकिन ज्ञान को कोई चुरा नहीं सकता। यह बात कुटानी रोड स्थित अवधधाम मंदिर में बुधवार को भागवत कथा सुनाते हुए पंडित राधे राधे ने कही। उन्होंने कहा कि धन की रक्षा मानव को स्वयं करनी पड़ती है। ज्ञान स्वयं मानव की रक्षा करता है।
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