Posts

Showing posts from March, 2025

shefali jariwala death लोकप्रिय अभिनेत्री शेफाली जरीवाला अचानक मौत

Image
 लोकप्रिय अभिनेत्री शेफाली जरीवाला का 42 वर्ष की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। कार्डियक अरेस्ट में अचानक दिल की धड़कनें रुक जाती हैं जिससे मरीज बेहोश हो सकता है। बॉलीवुड एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला की 42 साल की उम्र में मौत हो गई है। शेफाली के सीने में बीती देर रात दर्द उठा और उनके पति पराग त्यागी उन्हें अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टर्स ने शेफाली को मृत घोषित कर दिया है। शुरुआती तौर पर बताया गया कि हार्ट अटैक के कारण शेफाली की मौत हुई है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। हालांकि शेफाली के परिजनों ने खुलासा किया है कि वे हार्ट समेत दूसरी बीमारियों से जूझ रही थीं।  shefali jariwala husband name = पराग त्यागी 

सोमनाथ का मन्दिर लूट कर महमूद गजनबी वापिस गजनी जा रहा था। उसके साथ एक लाख सेना थी।Mahmud Ghaznavi was returning to Ghazni after looting the Somnath temple. He had an army of one lakh with him #successmee2

Image
 #सोमनाथ का मन्दिर लूट कर महमूद गजनबी वापिस गजनी जा रहा था। उसके साथ एक लाख सेना थी। एक पड़ाव पर जैसे ही सेना पहुँची कि डेढ़ सौ घुड़सवारों का एक जत्था लोहा लेने के लिये तीर की तरह बढ़ता आ रहा था । टुकड़ी का नेतृत्व एक सत्तर वर्ष का बूढ़ा #राजपूत कर रहा था । महमूद गजनबी समझ नहीं सका कि इतनी छोटी टुकड़ी आखिर क्यों एक लाख सेना से लड़ कर अपने को समाप्त करने आ रही है। उसने दूत भेजा और इन लड़ाकुओं का मंतव्य पुछवाया। बूढ़े नायक ने कहा— बादशाह से कहना कि संख्या और साधन बल में इतना अन्तर होने पर भी लड़ने का क्या परिणाम हो सकता है सो हम जानते हैं। पर भूलें यह भी नहीं कि अनीति को जीवित रहते कभी सहन नहीं करना चाहिये। घुड़सवारों की टुकड़ी जान हथेली पर रख कर इस तरह लड़ी कि डेढ़ सौ ने देखते−देखते डेढ़ हजार को धराशायी बना दिया। भारी प्रतिरोध में वह दल मर खप कर समाप्त हो गया। पर मरते दम तक वे कहते रहे कि यदि हम आज एक हजार भी होते तो इन एक लाख से निपटने के लिये पर्याप्त थे । इस बिजली झपट लड़ाई का महमूद पर भारी प्रभाव पड़ा। वह राजपूतों की अद्भुत वीरता पर अवाक् रह गया। भविष्य की नीति निर्धारित करते हु...

लाश 48 घंटों तक उनके अपनों की आस में अस्पताल के मोर्चरी में पड़ी रहेगी।The body will lie in the hospital mortuary for 48 hours, waiting for his loved ones #successmee2

Image
 यह शर्मसार करनेवाली खबर दुःखद और अंतर्मन को झकझोर देने वाली है कि आज लोग कितना खुदगर्ज होते जा रहे हैं। लोग खुद में सिमट रहे हैं, जिससे रिश्ते-नाते सब पर विराम लग रहा है। रिश्ते मर रहे हैं, तभी तो ऐसी घटनाएं आम हो रहीं हैं। इसी समाज से सामने आया है कि हजारीबाग, बिहार के एक विख्यात सर्जन डॉक्टर प्रेम दास, कोई सोच भी नहीं सकता था कि उनकी लाश 48 घंटों तक उनके अपनों की आस में अस्पताल के मोर्चरी में पड़ी रहेगी। दो बेटियां एक अमेरिका में और दूसरी मुम्बई में तथा अन्य नाते-रिश्तेदारियां बिहार- झारखंड में। अमेरिका से बेटी नहीं आयी और मुम्बई वाली बेटी के बीमार होने का सन्देश आ गया अन्य अपने भी नहीं आए। 48 घंटों से मोर्चरी में अपनों के इंतजार के बाद 77 वर्षीय वर्योवृद्ध डॉक्टर प्रेमदास का अंतिम संस्कार उनकी पत्नी प्यारी सिन्हा और कुछ साथी चिकित्सकों ने अज्ञात लाशों का दाह संस्कार करने वाले समाजसेवी नीरज कुमार की मदद से खिरगांव शमशान घाट पर करा।

भूले तो नहीं हैं.. दुर्गा शक्ति नागपाल को..Have you not forgotten Durga Shakti Nagpal…#successmee2

Image
 भूले तो नहीं हैं.. दुर्गा शक्ति नागपाल को..?? “ज्यादा पुरानी नही सन् 2013 की बात है” जिहादी “आजम खान” के नेतृत्व में अखिलेश यादव की सरकार ने पूरे यूपी को शर्मसार कर दिया था। दुर्गा शक्ति नागपाल (IAS) ने गौतमबुद्ध नगर जिले में उस समय के समाजवादी खनन माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ने की गलती कर बैठीं। अखिलेश यादव ने बेचारी को सस्पैंड कर दिया था क्योंकि सपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही थीं। यूपी तो छोड़ो, सारे देश में बवाल मचा था। IAS ऐसोसियेशन, IPS ऐसोसियेशन, चीफ सेक्रेटरी, हाईकोर्ट, सुप्रीमकोर्ट, और खुद तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हस्तक्षेप किया। मगर अखिलेश यादव ने उस महिला IAS अधिकारी का सस्पेंशन Revoke करने बजाय, उसे चार्जशीट दे दिया। इस पूरे प्रकरण मे गौर करने वाली बात ये थी कि ग्रेटर नोएडा के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट रविकांत ने खुद मामले की जाँच करके रिपोर्ट दाखिल की थी जिसमें उन्होने बाकायदा लिखा था कि दुर्गा शक्ति नागपाल ने मस्जिद की दीवार गिराना तो दूर की बात है, वहाँ अभी तक कोई दीवार बनी ही नही थी। वहाँ केवल कथित मस्जिद बनाने के लिए नींव खोदी जा रही थी, क्योंकि वो जग...

नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती गीता गुप्ता के प्रयासों के बाद अमलाई रेलवे स्टेशन के विकास कार्यों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।After the efforts of Municipal Council President Mrs. Geeta Gupta, important steps have been taken towards the development work of Amalai Railway Station #successmee2

Image
  अमलाई।  नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती गीता गुप्ता के प्रयासों के बाद अमलाई रेलवे स्टेशन के विकास कार्यों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। रेलवे प्रशासन को भेजे गए पत्र के बाद दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल ने इस स्टेशन को स्वच्छ, सुंदर और यात्री सुविधाओं से युक्त बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।अध्यक्ष ने बतायानगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती गीता गुप्ता ने बताया कि अमलाई रेलवे स्टेशन, जो बिलासपुर से कटनी के बीच सबसे बड़े प्लेटफार्मों में से एक है, यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। लेकिन यहां बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण यात्रियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। इसको ध्यान में रखते हुए उन्होंने डिवीजनल रेलवे मैनेजर, बिलासपुर सहित रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजा था, जिसमें स्टेशन के सुधार कार्यों की मांग की गई थी।रेलवे प्रशासन ने इस पत्र को गंभीरता से लेते हुए कई महत्वपूर्ण कार्यों को प्रारंभ किया है। इनमें स्टेशन परिसर और आसपास की सफाई, मुख्य मार्ग के सड़क निर्माण, सभी प्लेटफार्मों पर स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, एलईडी लाइट, पंखे और स्व...